सुशांत सिंह राजपूत के शव को ले जाने वाली एम्बुलेंस के ड्राइवर शहनवाज अब्दुल करीम ने दावा किया है कि उसे विदेशी नंबरों से धमकी भरे कॉल्स आ रहे हैं और इस मामले में कुछ भी नहीं बोलने को कहा जा रहा है। सुशांत की मौत के बाद करीम ही अपने साथियों के साथ सुशांत के घर पहुंचे थे और उसके शव को कूपर हॉस्पिटल लेकर गए थे।
शहनवाज ने एक अंग्रेजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में दावा किया है कि जब वह बांद्रा के फ्लैट में पहुंचे थे तो सुशांत की बॉडी लटकी हुई नहीं थी बल्कि नीचे उतार ली गई थी और उनकी टीम ने ही उसे एक सफेद कपड़े में लपेटा था और उसे लेकर एम्बुलेंस तक गए थे।
पुलिस ने डाली सोशल मीडिया में सुशांत की तस्वीरें
इसके अलावा शहनवाज ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा है कि सुशांत के शव की तस्वीरें मुंबई पुलिस के लोगों ने सोशल मीडिया पर अपलोड की थीं। उन्होंने कहा कि पहले पुलिस ने उनसे कहा था कि नानावटी हॉस्पिटल जाना है लेकिन बाद में कहा गया कि शव को कूपर हॉस्पिटल लेकर जाना है।
एम्बुलेंस बदलने की यह थी वजह
सुशांत के घर पर दो एम्बुलेंस के भेजने पर एंबुलेंस के मालिक राहुल ने बताया कि जिस दिन सुशांत ने सुसाइड किया था, उस दिन वो गांव में थे इसलिए उनके भाई अक्षय एंबुलेंस लेकर सुशांत के घर पहुंचे थे। अक्षय जब सुशांत के घर पहुंचे तो उनकी बॉडी पहले से ही नीचे उतरी हुई थी। जिसके बाद एंबुलेंस कर्मी उनकी बॉडी को स्ट्रेचर पर लिटाकर बिल्डिंग से नीचे उतार लाए। लेकिन एंबुलेंस के व्हीलचेयर में कुछ दिक्कत आने की वजह से सुशांत की बॉडी में उस एंबुलेंस में फिट नहीं हो रही थी, इसलिए राहुल ने अपनी दूसरी एंबुलेंस बुलवाई और फिर रवाना हुई।
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