सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या केस में धीरे-धीरे नए ट्विस्ट और टर्न सामने आ रहे हैं। इस मामले की जांच में अब महाराष्ट्र और बिहार पुलिस आमने-सामने आती नजर आ रही है। जांच के लिए रविवार को मुंबई पहुंचे पटना के एसपी विनय तिवारी को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने क्वारैंटाइन कर दिया है। उनके हाथ पर क्वारैंटाइन की मुहर लगाते हुए उन्हें अगले आदेश तक एक घर में रहने को कहा गया है। इसका मतलब साफ है कि वे अब जांच के लिए किसी से मिल नहीं सकेंगे।
बिहार पुलिस का आरोप जबरदस्ती क्वारैंटाइन किया गया
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीट किया, 'आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी आज पुलिस टीम का नेतृत्व करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर पटना से मुंबई पहुंचे, लेकिन उन्हें रात 11 बजे बीएमसी के अधिकारियों ने जबरन क्वारैंटाइन कर दिया। अनुरोध के बावजूद उन्हें आईपीएस मेस में रहने की व्यवस्था नहीं की गई और अब उन्हें गोरेगांव के एक गेस्ट हाउस में रखा गया है।'
बीएमसी ने कहा- नियम के हिसाब से क्वारैंटाइन किया गया
इस मामले में बीएमसी की ओर से कहा गया है कि सामने सरकारी आदेशों का पालन किया है और नियम के हिसाब से उन्हें क्वारैंटाइन किया गया है। अगर उनमें किसी तरह के कोरोना के लक्षण नजर आते हैं तो आने वाले समय में उनका स्वाब टेस्ट भी करवाया जाएगा।
रिया चक्रवर्ती को तलाश रही है बिहार पुलिस
इससे पहले बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने एक निजी चैनल के साथ बात करते हुए कहा कि रिया चक्रवर्ती तीन-चार दिनों से लापता है और उनका फोन भी बंद है। हम चाहते हैं कि रिया सामने आएं और जांच में साथ दें। हम उनसे कुछ सवाल करना चाहते हैं। ऐसा नहीं है कि उनके सामने आते ही हम उन्हें सूली पर लटका देंगे।
डीजीपी पांडे ने आगे यह भी कहा कि इमोशनल वीडियो डालने से कुछ नहीं होता है। आप अगर सच्चे हैं तो पुलिस से आकर बात करें और सच जानने में उनका साथ दें। उन्होंने रिया चक्रवर्ती से अपील करते हुए कहा कि सुशांत मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस में कोआर्डिनेशन: विनय तिवारी
रविवार को मुंबई हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए आईपीएस विनय तिवारी ने कहा था कि मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस में पूरा कोआर्डिनेशन है। तिवारी ने कहा, "ऐसा नहीं है कि कोआर्डिनेशन नहीं हो रहा था। बीते एक सप्ताह से हमारी टीम यहां काम कर रही है। क्योंकि, जांच की एक प्रक्रिया होती है और उसका अगला स्टेप सुपरविजन होता है। इसके लिए किसी सीनियर अफसर को आना होता है को उसी क्रम में मुझे यहां भेजा गया है।
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